Youngest IPS Officer In India : जानिये देश के सबसे युवा आईपीएस अधिकारी के बारे में

आईपीएस एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही हर कोई सोचता है काश..! मैं भी होता.? आईपीएस जितना बड़ा नाम है उतना ही बड़ा इनका काम भी हैं। आज भारत जैसे विशाल देश की आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा  देश की द्वितीय रक्षा पंक्ति के रुप में पुलिस  प्रशासन के पास ही हैं और इस पुलिस प्रशासन का नेतृत्व आईपीएस अधिकारियों के द्वारा ही किया जाता हैं। दोस्तों वैसे तो आईपीएस बनने के लिए UPSC 6 से लेकर 8 अवसर तक प्रदान करती हैं। वही 32 से 35 साल की उम्र तक भी लोग आईपीएस बन सकते हैं।

 

Youngest IPS Officer In India

 

दोस्तों देश मे ऐसे कई नोजवान अधिकारी है जो कि बहुत ही कम उम्र में महज एक या दो प्रयास में ही आईपीएस बन गए। दोस्तों आज के इस लेख में हम Youngest IPS Officer In India के बारे में जानेंगे, हम देखेंगे कि आखिर कीस तरह से इतनी कठिन परीक्षा को इतनी कम उम्र में पास करके आईपीएस बनें।

 

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The Youngest IPS Officer in India

बात देश के सबसे नोजवान आईपीएस ऑफिसर की हो तो इसमें सबसे पहला नाम आता है गुजरात के युवा IPS Safin Hasan का। IPS Safin Hasan महज 22 वर्ष की उम्र में ही देश की सबसे कठिन सिविल सेवा परीक्षा को पास करके आईपीएस अधिकारी बन गए थे। आईये सफीन हसन के आईपीएस बनने की यात्रा के बारे में जानते हैं।

 

कोंन है आईपीएस सफीन हसन ?

सफीन हसन देश के सबसे युवा आईपीएस अधिकारी है जो कि महज 22 वर्ष की उम्र में 2018 में आईपीएस बने तथा गुजरात कैडर में उन्हें नियुक्ति मिली। सफीन हसन मूलतः गुजरात के पालनपुर के रहने वाले हैं। उनके माता- पिताजी ने डायमंड यूनिट में मजदूरी करके उन्हें पढ़ाया और इतने बढ़े मुकाम तक पहुंचाया।

 

आसान नही थी राह 

सफीन हसन के लिए आईपीएस बनना बहुत चुनौती भरा रहा क्योंकि उनकी पारिवारिक स्तिथि इतनी सुदृढ़ नही थी कि वे UPSC की तैयारी करनें के लिए दिल्ली जाए । लिहाजा उन्हें दूसरों की मदद लेना पड़ी और वे दिल्ली जाकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर पाए। उनकी पढ़ाई का सारा खर्चा हुसैन भाई और जरीना बेन नाम के एक जोड़े ने उठाया था।

 

परीक्षा के पहले एक्सीडेंट

Safin Hasan सिविल सेवा परीक्षा की प्रीलिम्स एग्जाम पास कर चुके थे और मुख्य परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।  तभी उनका एक्सीडेंट हो गया लेकिन वे पैन किलर लेकर एग्जाम देने गए और दिन भर चलने वाली लम्बी एग्जाम को उन्होंने दिया और पास भी किया। एग्जाम के बाद जब उन्होंने MRI करवाई तब पता चला कि ऑपरेशन करवाने जैसी दुर्घटना हुई हैं। इसी तरह इंटरव्यू से पहले भी वे बीमार रहे लेकिन उन्होंने बिना किसी चिंता के साक्षात्कार दिया और अच्छे नम्बर भी प्राप्त किये।

 

ट्रेंनिग की बाद पहली ड्यूटी एवं कैडर का आवंटन

आईपीएस बनने के बाद सफीन हसन को अपने गृह राज्य गुजरात कैडर का आवंटन हुआ। हैदराबाद में ट्रेंनिग के पश्चात उन्हें पहली नियुक्ति गुजरात के जामनगर में पुलिस उप अधीक्षक के रुप में मिली। कुछ वर्षों के कार्य अनुभव के पश्चात वे बहुत ही जल्दी जिला पुलिस अधीक्षक यानी SP भी बन जायेंगे।

 

Conclusion :- दोस्तों इस लेख में हमनें Youngest IPS Officer In India के बारे में जाना, सफीन हसन के आईपीएस बनने के पीछे के संघर्षों को भी देखा। निश्चित रुप से आपके लिए ये बहुत ही प्रेरणादायक पोस्ट रही होगी। आशा करता हूं आप भी तमाम समस्याओं के बावज़ूद भी अपने सपने पूरे करने के लिए पूरी मेहनत करनेगें एवं एकदिन निश्चित रुप से सफीन हसन की तरह सफल भी अवश्य होंगे।

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