Patwari Exam Pattern : Syllabus, Result, Admit Card Complete Job Profile in Hindi

नमस्कार दोस्तों कलेक्टर शब्द तो आपने बहुत बार सुना होगा क्योंकि यह शब्द तो हर जगह जाना पहचाना हैं। लेकिन भारतीय ग्रामीण समाज में गाँव का कलेक्टर नाम से पटवारी को जाना- पहचाना जाता है। पटवारी का पद हमारी भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। आज हम Patwari Exam Pattern नाम के इस लेख में पटवारी जॉब प्रोफ़ाइल को विस्तार से देखने वाले हैं।

 

Patwari Exam Pattern

 

इस लेख में हम पटवारी एग्जाम के लिए सिलेबस, पटवारी के कार्य और पटवारी को मिलने वाली सैलरी आदि के बारे में भी जानेंगे।

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Patwari Exam Pattern 

पटवारी एग्जाम का पैटर्न विभिन्न राज्यों में अलग-अलग प्रकार से होता है जैसे कि राजस्थान में  स्टेज-1 और स्टेज-2 की एग्जाम होती है वहीं मध्यप्रदेश में सिर्फ सिंगल स्टेज एग्जाम होती है और आप सीधे पटवारी बन जाते हैं।

 

Patwari कोंन होता हैं.?

पटवारी राज्य सरकार के अंतर्गत आने वाले भू-राजस्व विभाग का अंतिम कर्मचारी होता हैं। पटवारी किसान से लेकर एसडीएम, तहसीलदार औऱ सरकार के मध्य कड़ी की भाँती कार्य करता हैं। पटवारी ही गाँव से सीधे किसान के सम्पर्क में होता है औऱ साथ ही राज्य शासन से भी जुड़ा होता है जिससे सरकार और किसान के बीच की दूरी खत्म हो जाती हैं।

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Patwari के कार्य

पटवारी वैसे तो भू-राजस्व से सम्बंधित होता है जिसका मुख्य कार्य भूमि से सम्बंधित होता है लेकिन पटवारी एक प्रशासनिक कर्मचारी होता है इसलिए पटवारी को भू-राजस्व के अलावा भी अन्य कार्य करने होते है। पटवारी के प्रमुख कार्य इस प्रकार है :-

  • भूमि अथवा ज़मीन के रिकॉर्ड एवं नक्शे  रखना
  • किसानों की फसलों का सर्वे करना एवं सरकारी योजनाओं को किसानों तक पहुंचाना
  • किसानों के मध्य होने वाले ज़मीन विवादों का निराकरण करना
  • किसान को फसल का बीमा और पेंशन दिलवाना एवं आय-जाति प्रमाण पत्र बनवाना
  • आपदा के समय राहत एवं आपदा के पश्चात पुनर्वास हेतु आवश्यक व्यवस्था करना
  • भूमि सम्बंधित खसरा नकल, खतौनी एवं भू-अभिलेख पुस्तिका का निर्माण करना
  • भूमि से सम्बंधित सभी जानकरी को डिजिटल दस्तावेज़ के रुप मे संरक्षित रखना
  • निर्वाचन एवं जनगणना जैसे कार्यो में सरकार कि मदद करना
  • जनता दरबार में कलेक्टर के समक्ष उपस्थित रहना

 

Patwari के लिए योग्यता

पटवारी बनने के लिए शैक्षणिक एवं आयु सीमा की योग्यताओं को राज्य सरकारों द्वारा निर्धारित किया गया हैं। जो की इस प्रकार हैं :-

Patwari के लिए शैक्षणिक योग्यता

पटवारी बनने के लिये किसी भी मान्यता प्राप्त भारतीय विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री होना आवश्यक है। आप ग्रेजुएशन किसी भी विषय से कर सकते हैं। साथ ही आपके पास कंप्यूटर डिप्लोमा होना आवश्यक हैं। मप्र पटवारी परीक्षा में कम्प्यूटर डिप्लोमा की जगह CPCT दक्षता प्रमाण पत्र आवश्यक हैं। अगर आपके पास CPCT प्रमाण पत्र नही है तो भी आप आवेदन कर सकते हैं लेकिन सिलेक्शन होने के दो वर्ष के अंदर आपको CPCT प्रमाण पत्र सबमिट करना होगा।

Patwari के लिए आयु सीमा

पटवारी बनने के लिए आयु सीमा 18 से 40 वर्ष के मध्य निर्धारित की गई हैं। ST/SC वर्ग के आवेदकों 5 वर्ष एवं OBC वर्ग के आवेदकों  3 वर्ष की अधिकतम आयु सीमा में छूट प्रदान की जाती हैं।

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Patwari Syllabus (MP Patwari Syllabus)

पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए सभी राज्यों में अलग-2 परीक्षा पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया है। यहाँ पर हम सन्दर्भ के लिए मध्यप्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा का पाठ्यक्रम देखेंगे जो कि इस प्रकार है :-

  • सामान्य ज्ञान
  • सामान्य गणित एवं तर्कशक्ति परीक्षण
  • कंप्यूटर विज्ञान
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवं पंचायती राज
  • सामान्य हिंदी

परीक्षा में इन 5 विषयों में से प्रश्नपत्र पूछा जाता है। प्रत्येक विषय से 20 प्रश्न पूछे जाते है इसप्रकार 100 अंक का प्रश्नपत्र होता हैं। तथा पूरा पेपर हल करने के लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है। परीक्षा कंप्यूटर टेस्ट (CBT) आधारित होती हैं। परीक्षा में बहुविकल्पीय (MCQ) आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।

Patwari Exam Pattern

Patwari Salary (पटवारी का वेतन)

पटवारी का वेतन राज्य सरकारों द्वारा निर्धारित किया जाता हैं। सामान्यतः पटवारी को शुरुआती समय मे 18 हज़ार से 20 हज़ार तक का वेतनमान मिलता है इसके पश्चात उम्र एवं कार्य अनुभव के बाद वेतन वृद्धि होती रहती हैं। आप पटावरी पद से तहसीलदार तक पदोन्नति ले सकते हैं।

 

पटवारी परीक्षा कैसे पास करें.?

दोस्तों किसी भी परीक्षा को पास करने लिए एक अच्छी रणनीति की आवश्यकता होती है और रणनीति तैयार करने के लिए परीक्षा पाठ्यक्रम, प्रीवियस ईयर पेपर व मॉक टेस्ट का अभ्यास आवश्यक होता है। आप पाठ्यक्रम को ठीक से देखे फिर पिछले वर्ष पूछे गए प्रश्नों को ध्यान से देखे और सभी विषयों को समान रुप से समय देकर तैयार करे। अपनी तैयारी के दौरान मॉक टेस्ट के साथ अभ्यास करके अपनी गलतियों को सुधारने का प्रयास करें। इस प्रकार आपके लिए पटवारी बनना आसान हो जाएगा।

 

Patwari Admit Card and Result 

पटवारी भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड, रिजल्ट सम्बन्धी जानकारी के लिए भर्ती बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट को नियमित रुप से विज़िट करते रहें। कुछ प्रमुख भर्ती बोर्ड के लिंक नीचे दिए गए हैं।

निष्कर्ष :- दोस्तों इस लेख में हमनें Patwari Exam Pattern की सम्पूर्ण जानकारी को विस्तार से जाना एवं समझा। आशा करता हूं आपको यह लेख पसंद आया होगा। अगर आपके मन मे अब भी कोई प्रश्न या सुझाव है तो कमेंट कर सकते हैं।

 

FAQ’s

पटवारी भर्ती के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

पटवारी बनने के लिये किसी भी मान्यता प्राप्त भारतीय विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री होना आवश्यक है। आप ग्रेजुएशन किसी भी विषय से कर सकते हैं। साथ ही आपके पास कंप्यूटर डिप्लोमा होना आवश्यक हैं। मप्र पटवारी परीक्षा में कम्प्यूटर डिप्लोमा की जगह CPCT दक्षता प्रमाण आवश्यक हैं।

पटवारी का वेतन कितना होता है?

सामान्यतः पटवारी को शुरुआती समय मे 18 हज़ार से 20 हज़ार तक का वेतनमान मिलता है इसके पश्चात उम्र एवं कार्य अनुभव के बाद वेतन वृद्धि होती रहती हैं।

पटवारी एग्जाम का सिलेबस क्या है?

पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए सभी राज्यों में अलग-2 परीक्षा पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया है।

पटवारी का फॉर्म कौन कौन भर सकता है?

18-40 वर्ष की उम्र का ग्रेजुएट व्यक्ति पटवारी का फॉर्म भर सकता हैं।

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