Navratri Mein Ashtami Puja Kyo ki ja thi hai Janiye

आइए जानते हैं नवरात्रि माता जी के नौ रूपों के बारे में आज हम बात करने जा रहे हैं आठवें दिन की जिसे हम अष्टमी के नाम से भी जानते हैं इसे हम दुर्गाष्टमी भी कहते हैं मां दुर्गा के आठवें रूप को महागौरी रूप कहा जाता है इस दिन हम महागौरी रूप की पूजा करते हैं हिंदू धर्म में अष्टमी पूजा का महत्व ज्यादा है माता जी के इस रूप को अन्नपूर्णा रूप भी कहा जाता है जो अन्न का भंडार बनाए रखती है इस दिन माता रानी के अस्त्रों और शस्त्रों की पूजा की जाती है कहीं जगह पर इस दिन को वीर अष्टमी भी कहा जाता है इस कारण अष्टमी की पूजा की जाती है अष्टमी पूजा खासकर शारदीय नवरात्रि अश्र्विम माह में मनाई जाती है |

Ashtami ke din ka Mahatva

इस दिन की मान्यता है कि अष्टमी के दिन मां दुर्गा ने चंड मुंड राक्षसों का नर संहार किया था इसलिए अष्टमी का दिन खास माना जाता है इस दिन की मान्यता है कि जो भी भक्त माताजी की सच्चे मन से पूजा करते हैं उसकी हर मनोकामना पूरी होती है इस दिन सभी भक्त माताजी के लिए उपवास भी रखते हैं और इस दिन माता जी की पूजा अर्चना भी की जाती है जिसमें भक्त माताजी को चुनरी चंदन कुमकुम नारियल चढ़ा ते हैं

वैसे तो पूरे देश में नवरात्रि काफी हषो्ल्लास से मनाई जाती है लेकिन पश्चिम बंगाल और गुजरात में यहां काफी धूमधाम से मनाई जाती है जगह-जगह पर माताजी के पंडाल लगाए जाते हैं और माताजी की पूजा की जाती है कहीं स्थान पर अष्टमी और नवमी के दिन नौ कन्याओं को भोजन भी खिलाया जाता है कई स्थान पर भक्त माताजी को प्रसन्न करने के लिए गरबे का आयोजन भी करते हैं

Mata ji ke pandal Ka Mahatva

माता जी के पंडाल में माताजी की प्रथम दिन से पूजा अर्चना की जाती है और सुबह-शाम आरती की जाती है और 9 दिन के लिए अखंड ज्योत जलाई जाती है शाम को भक्त पंडाल के बाहर गरबे भी करते हैं कहीं स्थान पर नवमी के दिन सुबह हवन भी किया जाता है और शाम को भंडारा किया जाता है जिसमें भक्त प्रसाद खाकर धन्य हो जाते हैं माताजी का विसर्जन नवमी के दिन किया जाता है कहीं स्थान पर दशहरे के दिन किया जाता है

नवरात्रि में भक्त माताजी के 9 दिन का उपवास भी करते हैं जिसमें भक्त ड्राई फ्रूट, फल खिचड़ी खाते हैं और बहुत सारे भक्त जूते चप्पल का भी त्याग करते हैं जो माता जी की श्रद्धा को दर्शाता है जो भक्त सच्चे मन से नवरात्रि में पूजा अर्चना और उपास करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है

नवरात्रि के पहले घरों की साफ सफाई भी की जाती है उसके बाद नवरात्रि में माता जी की हर घर में पूजा की जाती है और अष्टमी के दिन विशेष पूजा अर्चना की जाती है जिसमें भक्त अपने पूर्वजों की रीति रिवाजों मानते हैं कहीं भक्त नवरात्रि में सप्तमी और नवमी की पूजा भी करते हैं


WhatsApp Group (Join Now)

Join Now

Telegram Group (Join Now)

Join Now

Leave a Comment