Caste Census :- जाति आधारित जनगणना पर इतना बवाल क्यों ?

प्यारे दोस्तों हाल ही में Caste Census Bihar Report जारी हुई जिसमें जाति पर आधारित जनगणना के आंकड़े जारी किए गए है। जिसके बाद से पूरे देश मे Caste Census का मुद्दा फिर से उठने लगा है। आज पूरे देश मे जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी करने की मांग जोरो पर है, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है क्या है मुद्दा .? Caste Census करवाने पर क्यों अड़ी है विपक्षी राजनीतिक पार्टियां .? Caste Census होने से भारत की जनता को क्या फायदा होगा ? आदि सभी बातों को इस लेख में जानेंगे। दोस्तों अगर आपके मन मे भी Caste Census यानी जातिगत जनगणना को लेकर कोई भी सवाल है तो आप इस लेख को अवश्य पढ़िएगा।

Caste Census [जाति आधारित जनगणना] क्या है ?

दोस्तो Caste Census यानी जातिगत जनगणना एक प्रकार की जाति पर आधारित जनगणना है जिसके अंतर्गत प्रत्येक जाति के अनुसार अलग-2 आंकड़े सरकार द्वारा जारी किए जाते हैं। इस प्रकार की जनगणना के पश्चात यह पता चल जाता है कि किस प्रकार की जाति का कितना प्रतिशत देश या प्रदेश में निवास करता हैं। और इन आंकड़ों के आधार पर ही फिर जनकल्याणकारी योजनाओं की रूपरेखा तैयार की जाती हैं। आईये Caste Census in india के बारे में आगे जानतें हैं।

Caste Census in India

दोस्तों भारत मे जाति आधारित आरक्षण की व्यवस्था हैं और इसी व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए काफी लंबे समय से भारत मे Caste Census को लेकर चर्चा होती रहती हैं हालाँकि भारत मे आजतक जाति आधारित जनगणना नहीं हुई है। और 2011 के पश्चात वर्ष 2021 में 10 वर्ष के अंतराल पर होने वाली जनगणना को भी कोरोना महामारी के कारण पूर्ण नहीं किया जा सका है। अब देखते है कि आखिर अब क्या 2031 में ही जनगणना पूर्ण हो पायेगी या इसके पहले ही Caste Census in India को अंतिम रुप प्रदान कर दिया जाएगा।

Bihar Caste Census [ बिहार की जातिगत जनगणना के आँकड़े]

दोस्तों बिहार सरकार ने हाल ही में जाति आधारित जनगणना के आँकड़े जारी कर दिए हैं। जिसका विवरण कुछ इसप्रकार है :-

वर्गआबादीहिस्सेदारी
सामान्य2,02,9167915.52%
अनुसूचित जनजाति21,99,3611.68%
अनुसूचित जाति2,56,89,82019.65%
अति पिछड़ा वर्ग4,70,80,51436.01%
पिछड़ा वर्ग3,54,63,93627.12%
कुल13,07,25,310100%

इसप्रकार टेबल में दोस्तो आप Bihar Caste Census के वर्ग अनुसार आँकड़े देख सकते हैं। इन आंकड़ों के अनुसार बिहार में सर्वाधिक संख्या यादवों की है, बिहार में यादव 14.26 फीसदी के साथ पहले नम्बर पर हैं। वहीं दुसाध, धारी, धरही समाज की कुल आबादी 5.31 फीसदी हैं। इसके बाद तीसरे स्थान पर चर्मकार समाज को रखा गया है जिनकी संख्या बिहार राज्य में 5.25 फीसदी हैं।

Caste Census [जातिगत जनगणना के फायदे]

दोस्तों जातिगत जनगणना के कई फायदे है जैसे कि –

  • Caste Census करवाने से सरकार को निवास करने वाली मूल जाति की संख्या पता चल जाति है जिससे सरकार उस जाति का प्रतिनिधित्व शासन-प्रशासन में सुनिश्चित कर सके।
  • Caste Census पूर्ण हो जाने से राज्य में लागू होने वाली कल्याणकारी योजनाओं को और अधिक सुचारु रुप से लागू किया जा सकता है।
  • किसी जाति और समाज के विकास से ही राज्य और राष्ट्र का विकास संभव हो पायेगा क्योंकि बिना समाज और जाति के राष्ट्र कैसे बनेगा।
  • Caste Censu पूर्ण हो जाने पर जातियों के आधार पर राजनैतिक प्रतिनिधित्व प्रदान किया जा सकेगा जिससे किसी वर्ग विशेष के साथ होने वाले भेदभाव को समाप्त किया जा सकेगा।

इस प्रकार दोस्तों हमने इस लेख में Caste Census के बारे में विस्तार से चर्चा की है। उम्मीद करता हूँ आपको यह लेख पसंद आया होगा, कृपया ऐसे ही लेख के लिए हमारे साथ अवश्य बने रहियेगा।

धन्यवाद ..!

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