India 2023 Mein Diwali Kab Hai | Lakshmi Puja Date And Time

दीपावली (Diwali) एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो भारत में हर साल मनाया जाता है। यह त्योहार भारत के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे कि दिवाली, दीपोत्सव, लक्ष्मी पूजा आदि। यह त्योहार अक्टूबर और नवम्बर के महीनों में मनाया जाता है और पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

दीपावली का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत अधिक है। इसे विजयादशमी के दिन से शुरू किया जाता है और इसका प्रमुख उद्देश्य भगवान राम के अयोध्या लौटने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जिन्होंने लंका के राक्षसराज रावण को पराजित किया था।

दीपावली की प्रमुख रस्में:

  1. धनतेरस (Dhanteras): दीपावली के पहले दिन को धनतेरस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग धन के पूजन करते हैं और खरीदारी करते हैं।
  2. नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi): दूसरे दिन को नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है, जिसे चोटी दीपावली भी कहा जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण ने दैत्य नरकासुर को मारा था।
  3. दीपावली (Diwali): दीपावली का मुख्य दिन होता है, जिसे अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इस दिन घरों में दीपकों की रौशनी करते हैं और लक्ष्मी माता की पूजा करते हैं, जो धन, सौभाग्य, और समृद्धि की सिम्बोल हैं।
  4. गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja): चौथे दिन को गोवर्धन पूजा के रूप में मनाया जाता है, जिसमें गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है।
  5. भैया दूज (Bhaiya Dooj): पांचवे और अंतिम दिन को भैया दूज के रूप में मनाया जाता है, जिसमें बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती हैं और उनकी पूजा करती हैं।

इसके अलावा, दीपावली के दौरान लोग अपने घरों को सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, सफाई करते हैं, और सजाने-सवरने में विशेष ध्यान देते हैं। इस त्योहार को अधिकतर लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मना ते है

2023 में दिवाली कब है

इस साल देशभर में दिवाली 12 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी.

Diwali kyon manae jaati hai

रामायण में वर्णित है कि जब भगवान श्री राम लंका के राजा रावण का वध करने के बाद अपनी पत्नी सीता और अपने भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे, तो पूरी अयोध्या नगरी दीपों से जगमगा उठी थी। 14 साल बाद भगवान राम के अयोध्या आगमन पर दिवाली मनाई जाती है. हर शहर और कस्बे में दीपक जलाए जाते हैं। तभी से दिवाली का यह त्यौहार अंधकार पर विजय का त्यौहार बन गया और हर साल मनाया जाने लगा।

Diwali puja time evening 2023

लक्ष्मी पूजा – शाम 6:11 बजे से रात 8:15 बजे तक रहेगा.

Diwali ka mahatva kya hai 2023 mein

दीपावली, जिसे भारत में “फेस्टिवल ऑफ लाइट्स” भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसका महत्व विभिन्न कारणों से है। यह त्योहार पूरे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, और इसका महत्व निम्नलिखित कारणों से होता है:

  1. रामायण के अनुसार महत्व: दीपावली का महत्व प्राचीन भारतीय महाकाव्य “रामायण” के अनुसार है। इसे भगवान राम के अयोध्या लौटने के दिन के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने अपने पत्नी सीता को लंका के राक्षसराज रावण की कब्जे से मुक्त किया था।
  2. धर्मिक महत्व: दीपावली में भगवान गणेश और भगवानेस्वरी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। लक्ष्मी माता को धन, सौभाग्य, और समृद्धि की देवी माना जाता है, और इस पूजा का मुख्य उद्देश्य धन की प्राप्ति और घर में खुशियों की वृद्धि है।
  3. पौराणिक महत्व: अनुसार पौराणिक कथाओं में, दीपावली का आयोजन असुर नरकासुर के पराजय के रूप में भगवान कृष्ण द्वारा किया गया था। इसके बाद, गोवर्धन पूजा और भैया दूज का आयोजन भी किया जाता है।
  4. सामाजिक महत्व: दीपावली एक सामाजिक महत्वपूर्ण त्योहार है जो परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का मौका प्रदान करता है। लोग अपने घरों को सजाते हैं, नए कपड़े पहनते हैं, सफाई करते हैं, और खाने-पीने का आनंद लेते हैं।

Lakshmi puja date and time

इस साल देशभर में दिवाली 12 नवंबर 2023 रविवार को मनाई जाएगी. लक्ष्मी पूजा – शाम 6:11 बजे से रात 8:15 बजे तक रहेगा.

Diwali mein lakshmi puja kaise karen 2023 mein | lakshmi mata ki puja kaise karen

दीपावली के मुख्य हिस्से में एक महत्वपूर्ण रितुअल है लक्ष्मी पूजा, जिसमें आप धन, सौभाग्य, और समृद्धि की देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। यहां लक्ष्मी पूजा कैसे करें, इसका एक सरल तरीका दिया गया है:

सामग्री:

  1. दीपक (घी या तेल से बना होना चाहिए)
  2. दिए के बत्ती
  3. अद्भुत वस्त्र (लक्ष्मी माता के लिए)
  4. गंध (केसर या गंध का पेस्ट)
  5. कुमकुम (रंग)
  6. हल्दी पाउडर
  7. बत्तीसा
  8. चावल
  9. फूल (गेंदा, चमेली या रोज़)
  10. पूजा थाली
  11. मिठाई (बेसन के लड्डू या कुछ और)
  12. पान के पत्ते
  13. नारियल (खोपड़ा निकालकर)
  14. कट्टा

लक्ष्मी पूजा की स्तेप्स:

  1. पूजा स्थल की तैयारी:
  • अपने घर के एक शुभ स्थल पर पूजा की तैयारी करें।
  • एक छोटी थाली पर कुमकुम, हल्दी पाउडर, गंध, और चावल रखें।
  1. पूजा थाली की सजावट:
  • पूजा थाली के ऊपर अद्भुत वस्त्र रखें।
  • थाली पर दीपक, दिए के बत्ती, बत्तीसा, और मिठाई रखें।
  1. लक्ष्मी पूजा की आरंभिक तैयारी:
  • अपने हाथों को धो लें और पूजा के लिए तैयार हो जाएं।
  • लक्ष्मी माता की मूर्ति के सामने बैठें।
  1. पूजा का आरंभ:
  • पूजा थाली के साथ अपने हाथ में कुमकुम, हल्दी पाउडर, और गंध लें।
  • पूजा थाली के सामने पान के पत्ते को रखें और उपर दीपक की बत्ती जलाएं।
  1. मंत्र और पूजा:
  • मन में लक्ष्मी माता के प्रति श्रद्धा और भक्ति बनाए रखें।
  • अपने दिल से मां लक्ष्मी को बुलाएं और मां का आशीर्वाद मांगें।
  • थाली के साथ कुमकुम, हल्दी पाउडर, और गंध का अर्चना करें।
  • दीपक की बत्ती का आरती उतारें।
  • चावल के दान करें और मंत्रों का पाठ करें, जैसे कि “ॐ महालक्ष्म्यै नमः” और “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद सर्वानुकामानि सर्वानुकामानि विद्या दानं दीपं कुरु कुरु स्वाहा।”
  • पूजा के दौरान मन में अपनी इच्छाएं और मां लक्ष्मी से मांगें।
  1. अर्चना के बाद:
  • मां लक्ष्मी की मूर्ति के सामने मिठाई, फूल, और नारियल का अर्चना करें।
  • अपने परिवार के सदस्यों को प्रसाद बाँटें।
  1. धन्यवाद:
  • लक्ष्मी माता का आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद, उनका धन्यवाद दें और पूजा समाप्त करें।

यहीं पर, लक्ष्मी पूजा की स्तेप्स दी गई हैं, लेकिन आप अपनी आवश्यकताओं और परंपराओं के आधार पर पूजा को विवरण में बदल सकते हैं। याद रखें कि इस पूजा को श्रद्धा और भक्ति के साथ करना चाहिए।

Diwali 2023 slogans

  1. “दीपावली की रौशनी से अपना जीवन प्रकाशित करें!”
  2. “हम एक प्रदूषण-मुक्त दीपावली का आयोजन करें।”
  3. “प्रदूषण नहीं, प्यार फैलाएं इस दीपावली पर।”
  4. “पर्यावरण बचाओ, प्रकृति को सुरक्षित रखो।”
  5. “पटाखों को कहें ना, खुशियों का स्वागत करें!”
  6. “इस दीपावली में शोर नहीं, उजालों का स्वागत करें।”
  7. “प्यार की दीपों की चमक पटाखों से ज्यादा है।”
  8. “सभी के लिए इस दीपावली को सुरक्षित बनाओ।”
  9. “दीपावली, प्रकृति की सुरक्षा और प्रदूषण मुक्त बनाओ।”
  10. “पटाखों को ना कहें, खुशियों का स्वागत करें।”
  11. “प्रदूषण को नहीं, स्वास्थ्य को खतरे में डालो नहीं।”
  12. “पौधों के बिना भी दीपावली मनाओ।”
  13. “प्रदूषण-मुक्त और शोर-मुक्त दीपावली मनाओ।”
  14. “हरियाली वाली दीपावली, स्वच्छ दीपावली।”
  15. “प्रदूषण नहीं, खुशियों का धुआं फैलाओ इस दीपावली पर।”
  16. “इस दीपावली, दयालुता ही तुम्हारा प्रकाश हो।”
  17. “प्यार बिखेरो, धुआं नहीं, इस दीपावली पर।”
  18. “इस दीपावली पर आशा की दीपक जलाओ।”
  19. “दीपावली – परिवार, दोस्तों, और खुशियों का समय।”
  20. “दीपावली की रौशनी से आपका जीवन चमके।”


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