हाईवे, पीकू, क्वीन जैसी हिंदी फिल्मों ने रोड ट्रिप के बहाने महिला सशक्तिकरण का मुद्दा सशक्त तरीके से पेश किया है। धक धक, इसकी अगली कड़ी फिल्म, काम से घर तक महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव पर चर्चा करती है। उसकी जिंदगी और अपने सपनों के लिए बेड़ियों को तोड़ने की भी बात हो रही है, जब बाइक की धक-धक की आवाज इसे और भी मुखर करती है। यह फिल्म नेक उद्देश्य से बनाई गई है, जो कुछ कमियों के बावजूद दिल को सुकून देती है।
यह फिल्म चार महिलाओं की कहानी है, जो समाज के अलग-अलग वर्गों से आती हैं और उम्र के अलग-अलग पड़ावों पर अपनी-अपनी चुनौतियों से जूझ रही हैं. वे दिल्ली से सबसे ऊंची पहाड़ी चोटी खारदुंगला की सवारी करने निकलती हैं। सात दिनों की इस कठिन यात्रा में इन चारों की जिंदगियां और विचार बदलते हैं, यह देखने लायक है। यह फिल्म बार-बार आपको जोया अख्तर की लड़कों के रोड ट्रिप वाली फिल्म ‘जिंदगी मिलेगी ना दोबारा’ का फीमेल संस्करण याद दिलाती है, लेकिन इस बार ये औरतें अमीर घरों की औलादें नहीं हैं जो अपनी वर्तमान जिंदगी से ऊबकर विदेशी एडवेंचर पर निकलती हैं।
Dhak Dhak Movie Kahani
फिल्म की कहानी स्काई (फातिमा सना शेख) की है, जो एक यूट्यूबर और बाइकर है, लेकिन उसकी एक न्यूड फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उसका नाम बन गया है। जिसने उसकी व्यक्तिगत और प्रोफेशनल जिंदगियों को बर्बाद कर दिया है। वह एक नई पहचान बनाना चाहती है, इसके लिए उसे बार्सिलोना रेस में भाग लेना होगा. हालांकि, वह एक कहानी वाले वीडियो को अपने यूट्यूब पर अपलोड करने पर ही स्पॉन्सरशिप पाएगी। कहानी की खोज उसे 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिला मनजीत कौर (रत्ना पाठक) से मिलती है। जो इस उम्र में बाइक चलाती हैं कि वह बाइक पर खरदुंगला जाने के लिए जाना चाहता है। वह स्काई से सहायता चाहती है। इसमें स्काई को कहानी मिलती है, जो उसे चाहिए। उजमा (दिया मिर्ज़ा) और मंजरी (संजना) भी इस सड़क यात्रा का हिस्सा हैं। उनके पास जीवन और अपनों से कुछ शिकायतें हैं। ये चारों दिनों में खारदुंगला के शिखर पर पहुंचने के लिए निकलती हैं। क्या यह जर्नी सात दिनों में समाप्त हो जाएगी? क्या यह अपने लक्ष्य को पूरा कर पाएंगे? मार्ग या मंजिल महत्वपूर्ण है फिल्म इन सवालों के जवाब देती है। जो इस यात्रा से अपने बच्चों की नजर में सम्मान पाना चाहती है ट्रैवल ब्लॉगर शशि कुमारी यादव (फातिमा सना शेख) एक दुखद घटना से पीड़ित है और अपनी नई पहचान पाना चाहती है। सिमटी उज्मा (दीया मिर्जा) किचन में कढ़ाई और कलछे करती है, जिसके लिए यह उसकी बेटी के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, हालांकि वह रिंच-पाने से बाइक की तबीयत को मिनटों में सुधारने का हुनर भी रखती है। वहीं, मंजरी (संजना सांघी) अपने होने वाले पति को बिना जानकर अरेंज मैरिज में बंधने जा रही है, जो उसके लिए पहली बार अपनी दृष्टि से दुनिया को देखने का अवसर है।
Dhak Dhak Movie Cast
रत्ना पाठक शाह,दीया मिर्जा,फातिमा सना शेख,संजना सांघी है।
Dhak Dhak Movie Director
तरुण डुडेजा
Dhak Dhak Movie Writers
तरूण डुडेजा, पारिजात जोशी
Dhak Dhak Movie Review
इस फिल्म कि कहानी काफी प्रेरणादायक है फिल्म की एक्टिंग भी दमदार है इसे आप परिवार के साथ देखने जा सकते हैं जो आपको काफी मोटिवेट करती है जो यह भी दर्शाती है कि जीवन में आप किसी भी पड़ाव पर हार मत मानिए । इस फिल्म को हम 5 से 4.5 अंक देते हैं